
Trump Era Chronicles
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"TrumpPresidencyInsights" About us : Trump Era Chronicles 2025 on January 20, 2025 Authentic and Well-Researched Articles: Our Commitment to Readers By TrumpEraChronicles About Us - TrumpEraChronicles  Welcome to TrumpEraChronicles, your go-to platform for insightful analysis and in-depth discussions about the presidency, policies, and impact of Donald Trump. Our mission is to chronicle the defining moments of his era, exploring how they shaped American politics, society, and the world at large. At TrumpEraChronicles, we deliver well-researched articles, balanced perspectives, and engaging narratives to help you better understand the complexities of leadership, decision-making, and the legacy of one of the most influential figures in modern history. Whether you’re here to explore Trump’s policies, unravel controversies, or analyze his enduring influence, TrumpEraChronicles is your trusted source for facts, context, and thought-provoking content. Thank you for joining us on this journey of discovery and discussion. Stay informed, stay curious! प्रामाणिक और गहन शोध पर आधारित लेख: पाठकों के लिए हमारी प्रतिबद्धता ट्रम्पएरा क्रॉनिकल्स के द्वारा हमारे बारे में - ट्रम्पएरा क्रॉनिकल्स ट्रम्पएरा क्रॉनिकल्स में आपका स्वागत है, जो डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति कार्यकाल, उनकी नीतियों और उनके प्रभाव के बारे में गहन विश्लेषण और विचारशील चर्चा का आपका विश्वसनीय मंच है। हमारा मिशन उनके युग के निर्णायक क्षणों का दस्तावेज़ बनाना है और यह समझना है कि उन्होंने अमेरिकी राजनीति, समाज और विश्व को किस तरह से प्रभावित किया। ट्रम्पएरा क्रॉनिकल्स पर हम आपके लिए गहन शोध पर आधारित लेख, संतुलित दृष्टिकोण और आकर्षक कहानियां प्रस्तुत करते हैं, ताकि आप नेतृत्व, निर्णय लेने की प्रक्रिया और आधुनिक इतिहास की सबसे प्रभावशाली हस्तियों में से एक की विरासत को बेहतर ढंग से समझ सकें। चाहे आप ट्रम्प की नीतियों का अध्ययन करना चाहें, विवादों को सुलझाना चाहें, या उनके स्थायी प्रभाव का विश्लेषण करना चाहें, ट्रम्पएरा क्रॉनिकल्स तथ्यों, संदर्भ और विचारोत्तेजक सामग्री के लिए आपका भरोसेमंद स्रोत है। धन्यवाद, इस खोज और चर्चा की यात्रा में हमारे साथ
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*🎀🌷।।ॐआज का पंचांग ॐ।।🌷🎀* तिथि-- *प्रतिपदा* वार - शुक्रवार मास -- *फाल्गुन* पक्ष ---- शुक्ल सूर्योदय---- ०७:०२ सूर्यास्त -- १८:४० चन्द्रोदय- ०७:१३ चन्द्रास्त - १९:०९ सूर्य राशि - कुम्भ चन्द्र राशि - कुम्भ अभिजीत मूहर्त - १२:२८से१३:१५ राहुकाल - ११:२४ से१२:५१तक। कलियुगाब्द..५१२६ विक्रम संवत् २०८१ ऋतु..... वसंत नक्षत्र- शतभिषा योग--- सिद्ध करण-- किंस्तुघ्न आंग्ल मतानुसार २८ फरवरी २०२५ आज का दिन हम सभी के लिए मंगलमय हो ।। ।। सुभाषित ।। *प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे तुष्यन्ति जन्तव: ।* *तस्मात्तदेव वक्तव्यं वचने किं दरिद्रता ||* मधुर भाषण से बोली से सभी प्राणी प्रसन्न होते है, अत: प्रिय वचन ही बोलने चाहिएं, वाणी मे अमृतरूपी मधुरता घोलनी चाहिए, वचनों मे भी दरिद्रता कैसी ? 🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀 https://t.me/niyam

2️⃣8️⃣💎0️⃣2️⃣💎2️⃣0️⃣2️⃣5️⃣ *🔥 आज की प्रेरणा प्रसंग 🔥* *🌹बाँट कर खाने वाला कभी भूखा नहीं मरता🌹* एक बूढ़ी औरत रोज़ एक डलिया में संतरे लेकर बाज़ार में बेचने आती थी। एक युवा अक्सर उससे संतरे खरीदता था। हर बार संतरे खरीदने के बाद वह खरीदे हुये संतरे में से एक संतरा उठाकर उसकी फाँक चखता और कहता,"माँ जी, ये कम मीठा लग रहा है। ज़रा आप भी चखकर देखो!" बूढ़ी माँ संतरे को चखती और कहती,"ना बाबू, मीठा तो है।" युवक बिना कुछ कहे उस संतरे को वहीं छोड़ बाकी संतरे लेकर गर्दन झटकते हुए आगे बढ़ जाता। युवक अक्सर अपनी पत्नी के साथ होता था। एक दिन पत्नी ने हैरानी से पूछा,"ये संतरे हमेशा मीठे होते हैं, फिर भी तुम ये नौटंकी क्यों करते हो?" युवक ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, "वो बूढ़ी माँ बहुत मीठे संतरे बेचती है, लेकिन खुद कभी नहीं खाती। इस बहाने मैं उसे एक संतरा खिला देता हूँ।" कुछ दिन बाद बूढ़ी माँ के पड़ोस में सब्जी बेचने वाली औरत ने उससे सवाल किया,"अरे! ये लड़का हर बार इतने नखरे करता है, फिर भी तुझसे संतरे खरीदता रहता है,लेकिन मैं देखती हूँ कि उसकी चख-चख के बाद तू हमेशा उसे संतरे थोड़ा ज्यादा तौल देती है। ऐसा क्यों?" बूढ़ी माँ मुस्कुराई और बोली, "अरे बहन उसकी चख-चख संतरे के लिए नहीं होती। वो तो मुझे संतरा खिलाने का बहाना ढूँढता है। वो सोचता है कि मैं उसकी चालाकी समझती नहीं, पर सच कहूँ तो मैं सब जानती हूँ। उसकी इस प्यारी आदत ने मेरे दिल को छू लिया है, इसलिए मैं भी उसे उसकी कीमत से ज़्यादा संतरे तौल देती हूँ। *आखिर, प्यार से बढ़कर कुछ नहीं होता।* *👉शिक्षा* दोस्तों,एक बात तो पक्की है कि छीनकर खाने वालों का कभी पेट नहीं भरता,लेकिन बाँटकर खाने वाला कभी भूखा नहीं मरता।बस अपने अंदर प्रेम और दया का भाव रखें,क्योंकि यही संसार की सबसे बड़ी सेवा है..!! *सदैव प्रसन्न रहिये - जो प्राप्त है, पर्याप्त है।* *जिसका मन मस्त है - उसके पास समस्त है।।* https://t.me/niyam

🚆 *भारतीय रेलवे GK | प्रतियोगी परीक्षा तैयारी* 🚆 "*कवच" तकनीक: भारतीय रेलवे की स्वदेशी सुरक्षा प्रणाली* https://sarkariserviceprep.blogspot.com/2025/02/blog-post_166.html 🚆 *भारत में रेल परिवहन: भारतीय रेलवे का विकास और महत्व* https://sarkariserviceprep.blogspot.com/2025/02/sarkariserviceprep.blogspot.combharat-rail-parivahan-vikas-mahatva-upsc.html *1853: भारत में पहली रेल सेवा – मुंबई से ठाणे तक | भारतीय रेलवे का इतिहास* https://sarkariserviceprep.blogspot.com/2025/02/1853.html *प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ें:* https://t.me/sarkariserviceprep

🔰विशेष जानकारी *प्रश्न:-DDO द्वारा अपने स्तर पर कौन कौन से अवकाश एवं कितने अवधि तक के स्वीकृत किये जा सकते है ?* उत्तर:- राजस्थान सेवा नियमो के अंतर्गत निम्न प्रकार के अवकाश DDO स्तर पर स्वीकृत किये जा सकते है यह सामान्य जानकारी शेयर की जा रही है विस्तृत दिशा निर्देश हेतु RSR के नियम देखे। *(1) उपार्जित अवकाश:-* सेवा नियम 91(3) के अनुसार DDO एक समय मे 120 दिनों तक यह अवकाश स्वीकृत कर सकते है। *(2) समर्पित अवकाश:-* नियम 91(A) के अनुसार एक वित्तीय वर्ष में 15 दिन का समर्पित अवकाश नगद भुगतान के लिए के किसी भी कार्मिक के DDO द्वारा स्वीकृत किया जा सकता है। *(3) सेवानिवृति पर शेष जमा अवकाश का नगद भुगतान :-**नियम 91(B) के अनुसार सेवानिवृति पर अनुपयोजित उपार्जित अवकाश के एवज में अधिकतम 300 दिन PL का नगद भुगतान हेतु DDO द्वारा स्वीकृत किया जाता है। *(4)अर्द्ध वेतन अवकाश (HPL):-* नियम 93(A) के अनुसार निजी किसी कारण से या चिकित्सा कारण से 120 दिन तक का अर्द्धवेतन अवकाश (HPL) DDO द्वारा स्वीकृत किया जा सकता है। इसमे अर्द्ध वेतन का नियमानुसार भुगतान किया जाता है। *(5) रूपांतरित अवकाश ( commuted leave):-* नियम 93(B) के अनुसार स्थाई सेवा के कार्मिक के चिकित्सा प्रमाण पत्र के आधार पर अर्द्ध वेतन अवकाश को रूपांतरित अवकाश में परिवर्तित कर 120 दिन तक का यह अवकाश DDO द्वारा स्वीकृत किया जा सकता है। किसी कार्मिक के रूपांतरित अवकाश स्वीकृत करने पर उसके दुगनी संख्या में अवकाश के दिनों को HPL लेखा मेसे घटाया ( डेबिट) किया जाता है एवम कार्मिक को full pay के हिसाब से वेतन का भुगतान प्राप्त होता है। *नियुक्ति तिथि के 3 वर्ष बाद यह अवकाश स्वीकृत किया जाता है। (नियम 93 (4)*) *(6) अदेय अवकाश (Leave not due):-* स्थाई कार्मिक के निम्न शर्तो पर अदेय अवकाश एक बार मे 90 दिनों तक ही Ddo द्वारा स्वीकृत किया जा सकता है इसके साथ ही यदि HpL पहले की जमा हो तो 120 तक Ddo सेक्शन कर सकते है। *संपूर्ण सेवाकाल में अधिकतम 360 दिनों तक स्वीकृत किया जा सकता है, जिसमे से 180 दिन का अदेय अवकाश चिकित्सा प्रमाणपत्र के आधार पर एवं शेष 180 दिन अन्य आधार पर स्वीकृत किया जा सकता है जो निदेशालय से स्वीकृत किया जायेगा।* (1) सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर की कर्मचारी अदेय अवकाश के बाद सेवा पर वापिस उपस्थित हो जाएगा। (2) अदेय अवकाश की संख्या उस अनुपातिक संख्या से अधिक नही होगी ,जो कर्मचारी अवकाश से वापस आ कर उतनी संख्या में HPL अर्जित कर सके। (3) अदेय अवकाश स्वीकृत किये जाने पर वह कर्मचारी के HPL खाते में माईनस में (डेबिट) लिखा जाएगा जिसका समायोजन भविष्य में अर्जित HPL से होता रहेगा। (4) इस अवकाश में कार्मिक को अर्द्ध वेतन की दर से वेतन का भुगतान किया जाता है । *(7) असाधरण अवकाश (Extra ordinary leave):-* स्थाई कार्मिक के चिकित्सा या कोई पाठ्य क्रम पूरा करने के लिए एक समय मे तीन महीने से 18 माह तक असाधारण अवकाश स्वीकृत किया जा सकता है। जिसने एक साथ तीन महीने से अधिक का असाधारण अवकाश वित्त विभाग की पूर्व सहमति से उक्त शिथिलता के बाद ही स्वीकृत किया जा सकता है। DDO स्तर पर 120 दिनों तक यह अवकाश स्वीकृत किया जा सकता है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के असाधारण अवकाश की स्वीकृति के लिए DDO 120 दिनो से अधिक अवधि की सेक्शन भी कर सकते है। *प्रोबेशनकाल में 30 दिन तक का असाधारण अवकाश नियुक्ति अधिकारी एवं उससे अधिक अवधि का प्रशासनिक विभाग द्वारा स्वीकृत किया जाता है।* *(8) मातृत्व अवकाश:-* सेवा नियम 103 के अनुसार स्थाई कार्मिक एवं प्रोबेशनर कार्मिक को चिकित्सक के प्रमाण पत्र के आधार पर 180 दिन का मातृत्व अवकाश DDO द्वारा स्वीकृत किया जाता है । *(9) पितृत्व अवकाश:-* सेवा नियम 103 (A) के अनुसार स्थाई कार्मिक एवं प्रोबेशनर कार्मिक को पत्नी की प्रसुति से 15 दिन पूर्व से प्रसुति के तीन माह की अवधि में पुरुष कार्मिक को 15 दिन का पितृत्व अवकाश पत्नी की देख भाल हेतु DDO द्वारा स्वीकृत किया जाता है जो बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर स्वीकृत होता है। *(10) चाइल्ड केयर लीव (CCL)* वित्त विभाग के आदेश दिनांक 22/05/2018 एवं 10/09/2018 के अनुसार महिला कर्मिको को चाइल्ड केयर लिव की सुविधा प्रदान की गई है। उक्त 120 दिनो तक की चाइल्ड केयर लीव Ddo द्वारा स्वीकृत की जा सकती है। 🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷 https://t.me/niyam

🌾🍃🍃 *28 FEBRUARY 2025* *🌹 आज की प्रेरणा 🌹* एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद दूसरे सपने देखने के हौंसले को ज़िन्दगी कहते हैं। *आज से हम* हिम्मतवान बनें और अपने सपने को सच कर दिखाने की मेहनत करें... *💧 TODAY'S INSPIRATION 💧* After the shattering of one dream, the courage of dreaming another dream is called life. *TODAY ONWARDS LET'S* become courageos and work hard to make your dreams come true. https://t.me/niyam