
Akhilesh Yadav
February 15, 2025 at 09:30 AM
हमारा तो मानना है कि महाकुंभ में लगभग 60 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। सरकार इसलिए आँकड़ा घटाकर दिखा रही है क्योंकि कल को जब इंटरनेशनल मीडिया या यूनिवर्सिटी इस मेले के Administration & Management के बारे में Study करेगा तो पाएगा कि जितने लोग आए थे, उनके हिसाब से उचित प्रशासन और प्रबंधन नहीं किया गया था।जो भाजपा सरकार की नाकामी है। इसीलिए मेला फेल हो जाने के बाद ये जानबूझकर कम गिनती दिखा रहे हैं। ये मंच से मेले के बारे में चाहे कुछ बोलें लेकिन मन से ये भी जानते हैं कि मेले की असफलता के पीछे उनकी अपनी कमियाँ-ख़ामियाँ रही हैं, जिससे देश और दुनिया में उप्र की छवि को बहुत ठेस पहुँची है।
मेले के ख़राब इंतज़ाम और बीसों किलोमीटर पैदल चलने पर मजबूर होने की वजह से लाखों-करोड़ों बड़े-बुजुर्ग यहाँ नहीं आ पाए। महँगाई की वजह से ग़रीब यहाँ तक नहीं पहुँच पाए। और तो और प्रयागराज के लाखों स्थानीय निवासी भी जाम और मेहमानों की वजह से स्नान नहीं कर पाये। इसलिए हमारी माँग है कि मेले में व्यवस्थाओं को कुछ और दिनों के लिए बढ़ा दिया जाए जिससे जो वृद्ध, ग़रीब या प्रयागराजवासी स्नान से वंचित रह गये हैं, उनको पुण्य कमाने का अवसर मिल सके।
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