
किसान सेवा केंद्र (DIGITAL KISAN)
February 8, 2025 at 11:45 AM
नमस्कार,किसान भाइयों वर्तमान के कम तापमान अधिक वातावरणीय नमी की अनुकूलता के कारण *सरसों फसल में चैपा/माहू / काला तेला* जिसे तकनीकी भाषा में *एफिड* कहा जाता है का प्रकोप हो सकता है यह पीले हरे रंग का कीट *पौधे की पत्ती, फूल, तना एवं फलियों का रस चूसकर पौधे को कमजोर करता है* इस कीट का प्रसार तेजी से होता है फलियां कम लगती है दाने छोटे रह जाते हैं यह *खेत के बाहरी पौधो पर पहले* आता है यह कीट सरसों तने की ऊपरी शाखा के *10 सेंटीमीटर में लगभग 25 चेपा मिलने का आर्थिक हानि स्तर* है उपचार के लिए नीमयुक्त कीटनाशी या वेर्टीसिलियम लिकेनाई 250 ग्राम प्रति बीघा छिड़काव करना प्रभावी उपचार है अधिक आक्रमण होने पर *डाइमथोएट 30%EC या मिथायल डेमोटॉन 25%EC की एक एमएल प्रति लीटर पानी* की मात्रा की दर से छिड़काव कर नियंत्रण करे।
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