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February 5, 2025 at 03:51 PM
🔆 पश्चिमी घाट पारिस्थितिकी पर कस्तूरीरंगन समिति 📍 उद्देश्य कस्तूरीरंगन समिति (उच्च स्तरीय कार्य समूह - एचएलडब्ल्यूजी) ने महत्वपूर्ण जैव विविधता हॉटस्पॉट पश्चिमी घाट की जैव विविधता को संरक्षित करते हुए सतत विकास के उपायों की सिफारिश की है। 📍 मुख्य निष्कर्ष पश्चिमी घाट के 37% हिस्से को पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (ईएसए) के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसके लिए सख्त संरक्षण की आवश्यकता है। ✅ प्रमुख खतरे: अनियमित खनन, वनों की कटाई और शहरीकरण, जो जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन को ख़राब करते हैं। 📍 अनुशंसाएँ ✅ खनन पर प्रतिबंध: ईएसए में खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाएं और पारिस्थितिक संवेदनशीलता के आधार पर विकासात्मक गतिविधियों को विनियमित करें। ✅ इको-पर्यटन: स्थानीय समुदायों के लिए वैकल्पिक आजीविका के रूप में इको-पर्यटन को बढ़ावा देना, पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक लाभ सुनिश्चित करना। ✅ सतत विकास: क्षेत्र में सभी विकास योजनाओं में जैव विविधता संरक्षण को एकीकृत करना। 📍 महत्व 🌱 विकास और आजीविका की आवश्यकताओं को संतुलित करते हुए नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करना, पश्चिमी घाट क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करना #environment
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