
SELF REALIZATION, THROUGH GOD REALIZATION ✅
February 14, 2025 at 08:03 AM
*संपूर्ण हरदेव वाणी*
*शब्द संख्या 142*
*इक तू ही निरंकार*
*जिस मन में निरंकार बसा है वो मन मंजिल पायेगा।*
*जिस मन में संसार बसा है वो मन ठोकर खायेगा।*
*किश्ती पानी में रहे तो मिलता उसे किनारा है।*
*किश्ती में पानी आये तो ख़तरे का इशारा है।*
*चाह अगर है भवसागर से जीवन नैया पार हो।*
*रहना इस संसार में लेकिन मन में न संसार हो।*
*जैसे जल में कमल जहां में जो ऐसे रह पाता है।*
*कहे ‘हरदेव’ वही जन जग में जीवन सफल बनाता है।*
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