
Paigam E Tajushshariah Bareilly Shareef
February 13, 2025 at 09:54 AM
*`बेटे की दुआ से बाप का दरजा बलन्द होता है`🌱*
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हमारे प्यारे रसूल, मुस्तफ़ा करीम सल्लल्लाहु तआला अलैहि व आलिही वसल्लम ने फ़रमाया बे शक अल्लाह तआला जन्नत में नेक बन्दे का दरजा बलन्द करेगा तो वह बन्दा अर्ज करेगा या अल्लाह तअला मुझे यह दर्जा कहाँ से मिला। तो अल्लाह तआला फ़रमाएगा तेरे बेटे की दुआ की वजह से। (शरहुस्सुदूर स. 37, यहवाला, बुखारी शरीफ़)
*`ऐ ईमान वालो` !* हदीसे मुबारका आप हजरात ने सुन लिया कि मदों की रूहें अपने घरों पर आती हैं और आवाज़ देती हैं हम मुसलमानों को चाहिये कि शबे बराअत और दूसरी मुबारक रातों में अपने मुर्दों के लिये सदका व खैरात करें। गुरबा व मसाकीन को खाना खिलाएं कुरआन शरीफ़ पढ़ कर और कलमा दुरूद का विर्द कर के मुर्दों की फ़ातिहा दिलाएं और ईसाले सवाब करें और उन के लिये बख्शिश की दुआ मांगें आज हम उन के लिये करेंगे तो कल हमारे लिये किया जाएगा। अल्लाह तआला एहसान का बदला एहसान से देता है बल्कि उस से ज्यादा।
अल्लाह तआला हमें भलाई की तौफ़ीक़ अता फरमाए।अल्लाह तआला हमें भलाई की तौफ़ीक़ अता फरमाए। मगर यह सब नेकी व भलाई के काम ईमान वालों यानी सुन्नी मुसलमानों के न सीब में हैं। बे ईमान व बद अक़ीदा को इन नेक कामों से कोई गरज व मतलब नहीं बल्कि बे ईमान वहाबी व मुनाफ़िक तो जिन्दों के भी दुश्मन हैं और मुद्दों के भी दुश्मन हैं।
*👉🏻 अनवारूल बयान पेज नंबर 22/23📚*
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