
Guruji Sangat Global Pariwar (GSGP)
February 11, 2025 at 05:05 PM
𝗦𝗮𝘁𝘀𝗮𝗻𝗴 𝘀𝗵𝗮𝗿𝗲𝗱 𝗳𝗿𝗼𝗺 "𝗗𝗶𝘃𝘆𝗮 𝗔𝗯𝗵𝗮"| 𝗛𝗶𝗻𝗱𝗶 𝗩𝗲𝗿𝘀𝗶𝗼𝗻 𝗼𝗳 "𝗟𝗶𝗴𝗵𝘁 𝗼𝗳 𝗗𝗶𝘃𝗶𝗻𝗶𝘁𝘆"🕉️🙏🏻
सत्संग का अर्थ सत्य सुसगत होता है। साराश लाभकारी श्रवण भी कहा जा सकता है। गुरुजी के सत्संग में प्रत्येक भक्त सत्संगी है जिसमें दु्ियों को सनदेश देने की क्षमता है। यह चकित करने वाली घटनाएँ नहीं है; यहाँ पर श्रोताओं को लगता है कि सुना जा रहा प्रवचन उनकी ही आपबीती है। यह एक ऐसे ही सत्संग की कथा है।
श्री अरुण सहगल सिर में खून क थक्क क कारण चिकित्सालय में प्रविष्ट हुए थे। उन्होंने कभी गुरुजी के दर्शन नहीं किये थे। एक भक्त जो सहगल को जानते थे उनसे मिलने पहुंचे और वारतांलाप में उन्होंने गुरुजी का वर्णन करना आरम्भ कर दिया। यह स्वयं में एक सत्संग था।
सहगल द्वारा सत्संग सुनने 'के पश्चात् चिकित्सकों ने 'देखा कि वह खून का थकका मस्तिष्क के अकर्मण्य क्षे्र में चला गया है। यह चमत्कार सुनने के बाद उस भक्त ने सहगल को बताया कि उन पर गुरुजी की कृपा हुई है और अब उनको चिंता करने का कोई कारण नहीं है। तथापि रोगी ने इसकी उपे्षा करी और समझा कि यह गुरुकृपा नहीं अपितु संयोग है।
अगले दिन ही चितित चिकित्सक ने सहगल को बताया कि मस्तिष्क को जाती हुई एक नस में बहुत अधिक खून के थब्के हैं और तुरन्त गंभीर परीक्षण करने की आवश्यकता है। उन्होंने चिकित्सा पद्धति का वर्णन करते हुए बताया कि वह बहुत संकटू्ण होगी।
रोगी और उनका परिवार उस समय व्यग्र हो गये और गुरुजी से सहायता के लिए विनती करने लगे। चिकित्सालय से अवकाश प्राप्त करने के बाद उन्होंने परिवार सहित गुरुजी के पास आना प्रारंभ कर दिया। तीन चार बार गुरुजी केयहाँ आने केपश्चात गुरुजी ने सहगल को लंगर खाने को कहा। उसक पश्चात् गुरुजी ने उनको स्वस्थ घोषित कर दिया।
गुरुजी के वचनों की सत्यता तब सिद्ध हुईं जब सहगल ने पुनः अपने सब परीक्षण करवाये और उसके नकारात्मक परिणाम निकले।
-अरुण सहगल, दिल्ली द्वारा कथित
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