Deepak Khatri
January 28, 2025 at 11:29 AM
जब भी राजे रजवाड़ों की बात होती है
जब भी उनकी अंग्रेज़ों के साथ साँठ गाँठ की कलई खुलती है
तो ज्योतिरादित्य सिंधिया इतने परेशान क्यों हो जाते हैं भाई?
क्यों स्वयंभू ग़द्दार राजघरानों के प्रवक्ता बन जाते हैं!?
और ये तो जगजाहिर है👇
• कौन अंग्रेजों से मिलकर राज करता था
• कौन उनके कहे पर अपने ही देश के लोगों को प्रताड़ित करता था
पुरखों की गलतियों की देश से माफ़ी माँगिए - आपकी बातों में तो अहंकार झलक रहा है, अहंकार श्रेष्ठ होने का, अहंकार राजघराने का
होश में आइए - हिंदुस्तान में लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं
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