Pushkar Singh Dhami
February 10, 2025 at 04:31 AM
*नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गतिः।*
*नास्ति मातृसमं त्राण, नास्ति मातृसमा प्रिया।*
*सनातन धर्म की आस्था, एकता और सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक महाकुंभ:2025 (प्रयागराज) में माता जी को स्नान कराने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।*
*#एकता_का_महाकुम्भ*
https://www.facebook.com/share/v/19qZd1wvGf/
🙏
❤️
👍
💞
🚩
🪷
52