Guru Nanak Blessings 🙌
February 11, 2025 at 04:00 PM
*कल के सत्संग का ज्ञान*👏
*!! धन गुरु नानक जी !!*
*!! श्री जपजी साहिब जी !!*
*!! DAY 46 !!*
*!! गावीऐ सुणीऐ मनि रखीऐ भाउ ॥ दुखु परहरि सुखु घरि लै जाइ ॥*
** *गावीऐ :- भाव (परमात्मा) के गुणगान गाएं, * सुणीऐ :- भाव (परमात्मा) के गुणगान सुनें, * मनि रखीऐ भाउ :- मन में (परमात्मा) का प्रेम टिकाएं, मन से भावना पूर्वक गुणगान गाएं और सुनें (चाव से), * दुखु परहरि :- भाव दुख को दूर करके, दुखों को त्यागकर * सुखु :- सुख, * घरि :- भाव ह्रदय मे, * लै जाइ :- भाव ले के जाता है, कमाई कर लेता है*
*अर्थ :- पिछले पंक्तियों मे गुरु नानक पातशाह आप जी ने कहा की "नानक गावीऐ गुणी निधानु" भाव गुरू नानक जी कह रहे हैं ऐसे गुणों के (निधानु) खज़ाने का गुणगान कीजिये और आगे की पंक्तियों मे गुरु नानक पातशाह आप जी हमे समजा रहे है, परमात्मा के गुणगान कैसे करना है और सुनना है, उस अकाल पुरख के परमात्मा के गुण गाएं और सुनें और अपने मन में उसका प्रेम टिकाएं, (भावना से चाव से गुण गाएं और सुनें), जो इस तरह से परमात्मा के गुणगान करता है सुनता है वो अपना दुख दूर करके सुख को हृदय में बसा लेता है, वो दुखों को त्यागकर, बदले में अपने घर, सुख ले जाएंगे !!*
*!! हम गुरबाणी पढ़ते है उच्चारते है, साथ ही साथ गुरबाणी की पंक्तियों को अपने कानों को सुनाना है एक एक शब्द कान को सुनाना है, जब तक अच्छे से गुरबाणी सुनेंगे नहीं तो अपने ह्रदय मे भाव (प्रेम) को कैसे प्रकट करेंगे !!*
*!! हमने गुरबाणी का पाठ पढ लिया पर कमाया नहीं भाव पाठ पढ़ा है, पर उसपे चले नहीं कमाया ही नहीं, सिर्फ हमने पाठ इसलिए किया है क्यू की नितनेम Complete करना था !!*
*!! अब तक हमारे दुःख दूर क्यू नहीं हुए क्यू की अभी तक हमने कमाया नहीं है, भाव गुरबाणी के उपदेष पर आजतक चले ही नहीं, तब भी परमात्मा ने हम पे इतनी बक्शीश की है की गुणगान कर सुन तब भी तेरे दुःख दूर हो जायेंगे !!*
*!! जो लोग उस सच्चे की भक्ति करते है प्रेम करेंगे, और प्रेम तब होंगा जो गुरबाणी का रस लेंगा और रस आता गुरबाणी को सहेज तरीके पढेंगे धीरे धीरे पढेंगे, रस सहेज से ही प्राप्त होता है !!*
*!! श्री गुरु अमरदास पातशाह आप जी कहे रहे है गुरु का शब्द मीठा कब लगेंगा, क्यू की अभी तक पढ़ने मे जोर है, जब तक समझने की कोशीश नहीं करेंगे शब्द मीठा कैसे लगेंगा, कोई विरला ही है जो गुरु की कृपा से समजेंगा !!*
*!! श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज आप जी के वचन है रोज एक शब्द पे विचार करे !!*
*!! हर कोई धर्म का कहता है दुःख दूर हो जाये सुख आ जाये, सिर्फ एक नाम से ही सुख प्राप्त होंगा !!*
*!! सारे दुखों का एक कारण है परमात्मा से विछोड़ा, और इस विछोड़े से हमने कर्म किये क्यू की नाम नहीं जपा, जैसे जैसे परमात्मा का नाम जपेंगे, कर्म कटेंगे, फिर परमात्मा के प्रति प्रेम बड़ेंगा !!*
*!! संसार मे जिससे प्रेम करते है, उसका नाम हमेशा मुख मे रहता है, जैसे माँ अपने बच्चों से प्रेम करती है, दिन मे सारा ध्यान बच्चो मे रहता हैं चाहे बच्चे स्कूल मे क्यू न हो, जिससे प्रेम रहेंगा उसकी याद आती ही है ये प्रेम का स्वभाव है, वैसे ही प्रेम परमात्मा से करना है, परमात्मा की याद बनी रेहनी चाहिए, जैसे परमात्मा के प्रति ध्यान बड़ता है, वैसे ही हमारी सुर्त नाम से जुड़ेंगी तो हमारे किये हुए कर्मो से छुटकारा मिल जायेंगा !!*
*!! भगत रविदास जी सत्संगत के बिना परमात्मा के प्रति प्रेम नहीं बढेंगा, सत्संगत मे गुरबाणी का पाठ चल रहा है सहेज तरीके से तो प्रेम बढेंगा, ये गुरबाणी ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति है, बिना प्रेम के भक्ति, भक्ति नहीं होती !!*
*!! बिना प्रेम के कोई अमृतवेले उठके नाम नहीं जपता, परमात्मा के नाम के प्रति प्रेम है तो अमृतवेले उठते है !!*
*Bani* ko *samajhna* *zaroori* hai: 🙏
1️⃣ *Bani* kyun *padhni* hai?
👉 *Sunne* ke liye!
2️⃣ *Bani* kyun *Sunni* hai?
👉 *Samajhne* ke liye!
3️⃣ Bani *kyun samajhni* hai?
👉 *Vicharne* ke liye!
4️⃣ Bani *kyun vicharni* hai?
👉 *Kamaane* ke liye!
*गुरबाणी हमे जीवन का मार्ग दिखाती हैं ओर हर कदम पर सिखाती हैं*
🙏
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