शाहपुरा भीलवाड़ा समाचार
January 27, 2025 at 04:07 AM
*सांच को आंच नही पत्रकार पर इंस्पेक्टर ने लिखाया था फर्जी मुकदमा पुलिस ही जांच में निर्दोश अंतिम रिपोर्ट प्रेषित*
--------------------------------------
उच्च न्यायलय लखनऊ खण्ड पीठ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का हलफनामा 10जनवरी को अंतिम रिपोर्ट प्रेषित
-----------------------------------
अयोध्या । पत्रकार राम प्रसाद तिवारी के किसी खबर से नाराज होकर पूर्व साइबर रेंज थानां प्रभारी आलोक वर्मा ने पत्रकार राम प्रसाद तिवारी के विरुद्ध गम्भीर धाराओं में कोतवाली नगर अयोध्या में वर्ष 2023 में एक अभियोग पंजीकृत करा दिया आरोप इतने गम्भीर थे अगर मामले में लिप्त होते तो पत्रकार राम प्रसाद तिवारी का जेल जाना तय था जिसको लेकर पत्रकार राम प्रसाद तिवारी ने उच्च न्यायालय की शरण ली थी जहां अदालत ने गिरफ्तारी पर रोक लगा कर वादी मुकदमा और विवेचक से पूरे मामले में रिपोर्ट मांग ली जांच चलती रही अंत मे पूरी विधिक राय के हिसाब से जांच चलती रही अंत मे कोई सबूत न मिलने पर अंतिम विबेचक लल्लन यादव द्वारा अंतिम रिपोर्ट लगा दी गयी
पूरा मामला है पूर्व साइबर रेंज अयोध्या थानां प्रभारी आलोक वर्मा ने कोतवाली नगर में एक तहरीर देकर राम प्रसाद तिवारी को फर्जी पत्रकार बताते हुए खुद का स्क्रीन शार्ट एक पैसा मांगने और पत्रकार को फशाने की बातचीत करने का आरोप लगाया की ये स्क्रीन शार्ट राम प्रसाद तिवारी द्वारा गलत तरीके से बनाया गया और सरकारी कार्य मे बाधा आदि का मामला दिखाते हुए राम प्रसाद तिवारी पर अपराध संख्या 676 /23 धारा ,419,420,467,468,471,7 सी ,एल, ऐ ,501,505(2),353 ,120 बी के तहत अभियोग दर्ज कराया मामले में जांच सुरु हुई आरोपी पत्रकार राम प्रसाद तिवारी द्वारा सारे साक्ष्यों के साथ एक सपथ पत्र जनपद रेंज के आई जी प्रवीण कुमार तिवारी को दिया जिस पर मामले में सत्यता की जांच करते हुए आई जी साहब ने अग्रिम कार्यवाही का निर्देश दिया जिसकी जांच सुरु हुई और तीन विबेचक द्वारा मामले की जांच करते हुए स्क्रीन शार्ट सत्यता के लिये व्हाट्सएप से कई बार रिपोर्ट मांगी गई और समय समय पर बिधिक राय भी ली गयी लेकिन कही कोई ऐसा सबूत नही मिला जिसमे पत्रकार राम प्रसाद को दोषी बनाया जा सके
मामले में उच्च न्यायलय लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई चल रही थी जिस पर उच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से उपस्थित होकर मामले के बारे पूछा गया जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा एक हलफनामा द्वारा बताया गया कि मामले में अंतिम रिपोर्ट 10 जनवरी को सक्षम न्यायालय को प्रेषित की जा चुकी है
वही मामले में पीड़ित पत्रकार राम प्रसाद तिवारी ने बताया कि वह निर्दोष है साइबर रेंज थाने का कुछ मामले में पीड़ित द्वारा सिकायत कर जांच कराई जा रही थी जिस जांच में पूर्व साइबर थानां रेंज प्रभारीआलोक वर्मा फसते नजर आ रहे थे तो मेरे खिलाफ फर्जी मुकादमा लिखवा दिया था
वही पीढ़ित पत्रकार राम प्रसाद तिवारी ने बताया इंस्पेक्टर आलोक वर्मा जैसे मानसिकता वाले पुलिस कर्मी को सदबुद्धि दे और अपील की पत्रकारो को फर्जी तरीके से न फसाये
वही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के हलफनामे में पत्रकार राम प्रसाद तिवारी को निर्दोष बताते हुए 10 जनवरी को सक्षम न्यायलय में अंतिम रिपोर्ट भेजने की बात कही गयी