✍️ 𝘿𝙀𝙀𝙉𝙄 𝙍𝘼𝙃𝙉𝙐𝙈𝘼𝙄 📚
February 12, 2025 at 07:43 AM
9451350004 *और भी कोई साथी अगर मांगना चाहते हैं तो अभी ऑर्डर कर सकते हैं* Alhamdulillah *क़रीब 78 अह़बाब ने किताब मंगाई है,* *कुछ की कल रवाना हो गईं थीं, बाक़ी इनशाअल्लाह आज रवाना होंगी,* *कोई और साह़ब मंगाना चाहें तो अभी राब्ता कर लें* *📍"रमजा़नुल मुबारक के फ़ज़ाइल व मसाइल"* अस्सलामु अ़लयकुम *जामिआ़ फ़ारुक़िया बशीरुल उ़लूम के शोअ़ब-ए "तबलीग़े दीन" से अ़वाम की दीनी रहनुमाई के लिए वक़तन फ़वक़तन दीने इस्लाम के अह़काम हिंदी ज़बान में पम्फ़लेट और किताब्चों की शक्ल में शाए़ किए जाते हैं।* *रमजा़नुल मुबारक की आमद क़रीब है, इस मौके़ पर जामिआ़ की तरफ से एक किताब 📍"रमजा़नुल मुबारक के फ़ज़ाइल व मसाइल" शाए की गई है* *किताब एक साहिबे खे़र की तरफ से शाऐ की गई है किताब की कोई कीमत नहीं है* *जो लोग अपने पते पर मंगवाना चाहें वो डाक और पैकिंग खर्च ₹50 भेज कर मंगवा सकते हैं* Phonepay Googlepay 9451350004 *₹ 50/-* *किताब में क्या-क्या है? इसे समझने के लिए ऊपर की दो पोस्ट जरूर पढ़ लीजिए*
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