INC-Assam
January 24, 2025 at 10:00 AM
*सुप्रीम कोर्ट ने बेल की शर्तों में केजरीवाल को मुख्यमंत्री कार्यालय जाने और हस्ताक्षर करने के लिए प्रतिबंधित किया, केजरीवाल अब कभी नहीं बन सकते मुख्यमंत्री*
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमीं पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुक़ाबला देखने को मिल रहा है। इस मुक़ाबले की सबसे बड़ी बात यह है कि इन तीन दलों में से दो दल भ्रष्टाचार और एंटीइनकम्बेंसी से भी जूझ रहे हैं। बीजेपी जहां केन्द्र की तीसरी पारी की सत्ता विरोधी लहर से परेशान है, वहीं ज़मानत पर रिहा केजरीवाल और आप भी 10 सालों से दिल्ली की सत्ता में घोटाला किंग बने रहने के कारण जनता के विरोध का सामना कर रहे हैं।
*दिल्ली चुनाव में ‘आप’ का चेहरा केजरीवाल हैं। पार्टी चुनाव जीतने पर केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने का दावा कर रही है, पर क्या ज़मानत पर रिहा केजरीवाल कभी मुख्यमंत्री बन सकते हैं ?*
*आईये ! समझते हैं-*
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▪️ सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को कई शर्तों के साथ जमानत दी है, जिसमें एक प्रमुख शर्त मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं जाने की भी है।
▪️ सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की शर्तों में केजरीवाल को सरकारी दस्तावेज़ों में हस्ताक्षर करने से भी प्रतिबंधित कर दिया है।
▪️ केजरीवाल हज़ारों करोड़ के शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्त हैं और वर्तमान में अस्थायी ज़मानत पर बाहर घूम रहे हैं।
▪️ लंबे समय तक जेल में रहने के बाद भ्रष्ट केजरीवाल को कार्यकाल पूरा होने के पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा है।
▪️ शराब घोटाले की चार्जशीट लगभग तैयार है, गृह मंत्रालय के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस जिस दिन अदालत में चार्जशीट दाखिल कर देगी, केजरीवाल को सजा का ऐलान हो जाएगा।
▪️ केजरीवाल को सजा का ऐलान होते ही केजरीवाल मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य भी हो जायेंगे और जेल चले जायेंगे।
▪️ हज़ारों करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोपी केजरीवाल के मुख्यमंत्री बने रहने की अगर कोई भी संभावना होती, तो वो पहले भी कभी इस्तीफ़ा नहीं देते।
▪️ केजरीवाल के घोटाले ज़मानत योग्य भी नहीं थे, लेकिन बीजेपी को हरियाणा चुनाव में केजरीवाल की ज़रूरत थी, इसलिये यूज एंड थ्रो के लिए केजरीवाल को ज़मानत दी गई।
▪️ यह बात 1000% तय है कि केजरीवाल जीतें या हारें, उनका ठिकाना जेल में चक्की पीसिंग, एंड पीसिंग एंड पीसिंग ही रहेगा।
▪️ सुप्रीम कोर्ट का आदेश बताता है कि केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री कार्यालय जा सकते हैं, न हस्ताक्षर कर सकते हैं…तो क्या सिर्फ़ घोटाला करने के लिये मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं ?
*आप जीती तो कौन मुख्यमंत्री?*
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▪️ दिल्ली का मतदाता इस सवाल का जवाब खोजने में लगा है कि यदि वो आप को वोट देता है तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
▪️ इसका केवल एक जवाब है कि आप के जीतने पर केजरीवाल सिर्फ़ आतिशी को ही मुख्यमंत्री बनायेंगे ताकि वो जेल में बैठकर रिमोट कंट्रोल से दिल्ली चला सकें।
▪️ केजरीवाल के पास मुख्यमंत्री बनाने के लिए अन्य दो विकल्प के रूप में संजय सिंह और मनीष सिसोदिया भी हैं, लेकिन केजरीवाल जान दे देंगे लेकिन इन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे।
▪️ केजरीवाल ने अपने इस्तीफ़े के बाद पार्टी की मीटिंग में यही शर्त रखी थी कि मेरी कुर्सी सिर्फ़ आतिशी को दी जाय, और यही हुआ भी।
▪️ संजय सिंह और मनीष सिसोदिया अगर विद्रोह करके मुख्यमंत्री बन भी जाते हैं, तो वो दोनों भी तो ज़मानत पर रिहा हैं। उनका भी जेल में बेसब्री से इंतज़ार हो ही रहा है।
▪️ मतलब साफ है कि यदि गलती से आप जीत जाती है तो दिल्ली नौसिखिया सरकार भुगतेगी और जेल में बैठे भ्रष्टाचारी शासन करेंगे।
*शायद यही वजह है कि दिल्ली की जनता ने आप और बीजेपी से किनारा करना शुरू कर दिया है। केजरीवाल, आतिशी और सिसोदिया जैसे आप के दिग्गज नेताओं की सीट भी फँसी हुई नज़र आ रही है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो आप के कई चंगू-मंगू तो इस बार ज़मानत भी नहीं बचा पायेंगे। दिल्ली की जनता भूल सुधार के मोड में आकर कांग्रेस की तरफ़ बढ़ती दिख रही है।*