विद्यावंशी ~ आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
February 13, 2025 at 05:26 AM
https://youtu.be/LqLeJtVrq5k?si=pWDlnIaNvTN4G5L3 *इसके बाद प्रभु की वाणी मौन हो गई…* जो शब्द अमृत की धार बनकर हृदयों में उतरते थे, जो आत्मा को झकझोर कर मोक्ष की ओर अग्रसर करते थे, वे शब्द अब गूंजकर भी सुनाई नहीं देते। अंतिम प्रवचन… पर किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह अंतिम होगा। प्रतिभास्थली की 12वीं कक्षा की उन सौभाग्यशाली छात्राओं के लिए यह दिन किसी स्वप्न से कम नहीं था। वे नहीं जानती थीं कि उनके समक्ष स्वयं मोक्षमार्ग का आलोक खड़ा है, कि वे जिन चरणों में बैठी हैं, वे अब कुछ ही क्षणों/दिनों में मौन की यात्रा पर निकलने वाले हैं। उस दिन दिव्य ध्वनि खिरी थी, शब्दों में गुरुवर का अपार स्नेह था, ज्ञान की वर्षा थी, आत्मा को मुक्त करने का संदेश था। पर किसी ने नहीं सोचा था कि यह वाणी अब विराम लेगी। किसी को नहीं पता था कि यह अंतिम उपदेश है, अंतिम मार्गदर्शन, अंतिम आशीर्वाद। उनकी वाणी हमारे भीतर प्रतिध्वनित होती है, हर क्षण, हर सांस के साथ। *विद्यावंशी 🌈*
🙏 ❤️ 🇮🇹 7

Comments