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                                February 17, 2025 at 05:52 AM
                               
                            
                        
                            बरसनी.
आसींद उपखंड में स्थित दांतडा बांध को बनाने के लिए जिन किसानों ने अपनी जमीन छोड़ी उन्हीं किसानों को फसल पिलाई के लिए पानी नहीं मिल रहा । यह मामला बरसनी पंचायत में स्थित सांगनी गांव का है जो फसल पिलाई के लिए तरस रहे हैं । बांध का पानी लाने के लिए सैकड़ों की संख्या में किसान  उपखंड कार्यालय पहुंचकर उपखंड अधिकारी आसींद को ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में बताया कि वर्षों पहले सांगनी गांव खारी बांध के पेटे में बसा हुआ था । सन 1957-58 में बांध बनाने की वजह के कारण गांव को बरसनी पंचायत में बसा दिया तथा जमीन के बदले सांगनी में जमीन दी गई । गांव बसाते समय सरकार ने लिखित शर्तें दी थी कि जब भी खारी बांध पानी से भरेगा तो बांध के 5 फीट पानी में से 1 फीट पानी सांगनी , मालमपुरा , लक्ष्मीपुरा गांव को 1 फीट पानी की सर्वप्रथम सप्लाई नहर से की जायेगी । सांगनी के किसानों की निजी जमीन उनके अधिकार में है जो बांध के पेटे में स्थित है। ग्रामीणों ने एसडीएम को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने खारी बांध से नहर के पानी के वितरण में आ रही दिक्कतों का वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि उनका गांव बांध के कारण डूब गया था और उन्हें दूसरी जगह बसाया गया था। सरकार ने उन्हें  पानी देने का वादा किया था, लेकिन अब उन्हें पानी नहीं मिल रहा है जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। उनकी निजी जमीन भी बांध के क्षेत्र में है और वे अपने अधिकारों के लिए ही लगातार गुहार लगा रहे हैं ।
सांगनी के किसानों ने एसडीएम को बताया कि जब सांगनी गांव बस गया तो वहां के पानी की लेबोरेट्रिक जांच की गई जांच में पानी खारा पाया गया जो फसल उपजाऊ के लिए सही नहीं है । वर्तमान समय में दांतड़ा बांध पूरा 21 फीट भर गया जो नियमानुसार पानी सांगनी के काश्तकारों को दिया जाना जरूरी था । नहर का पानी नहीं मिलने से काश्तकारों की फसल सुख रही हैं तथा जल रही है फसलों में किसानों ने लाखों रुपए लगा दिए लेकिन बाघ का पानी नहीं पहुंचने के कारण अपूर्णक्षति काश्तकारों को होने की संभावना है । किसानों ने बताया कि इस बार बांध भरने के बाद 7 फरवरी 2025 को नहर तीसरी पिलाई के लिए खोली गई जिसका आउटलेट बंद होने के कारण  माइनर तक पानी नहीं पहुंचा जब कि नियमानुसार बरसनी माइनर के सभी आउटलेट को 5 दिन के लिए बंद रखा जाना जरूरी था । इसी पिलाई में जल विभाग के अधिकारियों ने पीछे का आउटलेट खुला रख दिया जिससे सांगनी , संग्रामगढ़ माइनर को पानी नहीं मिल पाया जिससे काश्तकारों की फसल को नुकसान हो रहा है 2 दिन में के भीतर पानी संग्रह माइंस से सांगली गांव को नहीं मिला तो सभी ग्रामीण अंटाली भीलवाड़ा रोड पर स्थित नहर के पुलिया पर लौटकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा ।