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March 1, 2025 at 10:43 AM
**रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 01-03-2025-आज शाम सतसंग में पढे गये शब्द पाठ:- (1) आज साहब घर मंगलकारी। गाय रहीं सखियां मिल सारी।।(संस्कृत)(प्रेमबिलास- शब्द-1- मंगल-पृ.सं.5)(अधिकतम् उपस्थिति- बेंगलोर ब्राँच आन्ध्रप्रदेश- @-15:15- दर्ज-133) (2) चलो प्रेम सभा से मिलो री साक्षी। जहाँ रा-धा/ध:-स्व-आ-मी गुन नित गाय रहे।।टेक।। (प्रेमबानी- शब्द-1- प्रेम लहर- पृ.सं.240)(विद्युतनगर मोहल्ला) (3) हे दयाल सद् कृपाल। हम जीवन आधारे।। (रत्नांजली- शब्द-7- पृ.सं.19)(महिला पाठ पार्टी दयालबाग) (4) रोजाना वाक़िआत- भाग-2- कल से आगे। परम गुरु हुजूर मेहता जी महाराज के बचन- भाग-1 कल से आगे:- सतसंग के बाद:- (1)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी मूल नाम। (2)-हे दयाल सद् कृपाल! (3)-रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी रा-धा/ध:-स्व-आ-मी! 🙏🏻रा-धा/ध:-स्व-आ-मी🙏🏻**

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