
पथ प्रदर्शक (Path Pradarshak)
February 5, 2025 at 03:24 PM
झलक रही चांद की रोशनी में नूर मेरी,
शर्मा के बादलों में छिप गई हूर मेरी,
आहिस्ता आहिस्ता बह पवन सुकुमारी से होकर,
चेहरे की लाली को छोकों से न बर्बाद कर,
मासूम सी उसकी है कदमों की चाल,
उसे आहटों से भरमाओ नहीं,
#love_predict
@सम्राट साहू 🥰
❤️
3