Khanwad_e Ziyai Network
February 11, 2025 at 03:21 PM
*जहां भी जाओ मेहरबान रहो जो तुम से एक बार मिले वो हजार बार तुम से मिलना चाहे...!!*
✍️ *_~ज़ियाई~_*