Mubashshir Ahmad
February 4, 2025 at 05:08 AM
कुंभ मेला लगा दुनिया भर का प्रचार प्रसार किया गया, पर कोई भी मुसलमान नहीं डरा।
लेकिन जैसे ही मुसलमानों का कोई जलसा होता है। एक खास समाज वर्ग विशेष के पेट में बदहजमी मरोड़ होने लगता है।