MOTIVATIONAL AND SHYARI
MOTIVATIONAL AND SHYARI
February 3, 2025 at 12:28 AM
कभी पहलू में आओ तो बताएँगे तुम्हें, हाल-ए-दिल अपना तमाम सुनाएँगे तुम्हें, काटी हैं अकेले कैसे हमने तन्हाई की रातें, हर उस रात की तड़प दिखाएँगे तुम्हें। ना जाने क्यूँ खुद को अकेला सा पाया है, हर एक रिश्ते में खुद को गँवाया है। शायद कोई तो कमी है मेरे वजूद में, तभी हर किसी ने हमें यूँ ही ठुकराया है।

Comments