MOTIVATIONAL AND SHYARI
MOTIVATIONAL AND SHYARI
February 28, 2025 at 03:52 AM
ख़्यालों में हर लम्हा अब तो तुम, आने लगे हो, आज़कल कुछ ज़्यादा ही हमको, सताने लगे हो, रात के तीसरे पहर तलक, हमें नींद नहीं आती.. ख़्वाबों में मेरे आकर यूँ हमको, जगाने लगे हो।

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