
Sbkhabar
February 15, 2025 at 10:56 AM
यह कहानी सुनकर आपका दिल रोने लगेगा 😢
यह 80 साल की रेखा द्विवेदी हैं, यह पिछले 3 दिन से महाकुंभ में भटक रहीं हैं,
इनके 4 बेटे हैं, चारों आर्थिक रूप से संपन्न हैं, जिनमें 1 बेटा हाइकोर्ट का वकील है और दूसरा बेटा लेक्चरर है, लेकिन
दर्दनाक बात यह है कि रेखा द्विवेदी जी को अपनाने के लिए इनका एक भी बेटा तैयार नहीं है मगर फिर भी
रेखा द्विवेदी जी का कहना है कि मेरे बेटे नालायक नहीं हैं, वह मजबूर हैं।
माँ का दिल तब भी बेटों को मज़बूर ही बता रहा है, ये है एक मां का दिल💔

😢
1