Grihasth Tantra
February 7, 2025 at 04:14 PM
महाकुंभ अनुष्ठानम् के अंतर्गत चल रहे श्री श्रीचक्र महाअर्चनम् की विशेष चक्र अर्चन पूजन व त्रिवेणी संगम तट पर महायोगिनी मंडल की अति विशिष्ट बलि याग विधान माघ पूर्णिमा के श्री महाविद्या ललिता त्रिपुर सुंदरी के जयंती पर आयोजित किया जायेगा।
मां त्रिपुर सुंदरी कामाख्या की स्तुति में भगवती कहतीं हैं की हर तीन अंक से संबंधित स्वरूप साक्षात मैं ही हूं। भगवती त्रिपुर सुंदरी तीसरी महाविद्या, भगवती त्रिवेणी तीन स्वरुपों का दिव्य संगम व इन शक्तियों के प्रमुख ऋषि भगवान महागुरु दत्तात्रेय भी तीन स्वरुपों की ऊर्जा को धारित कर महाऊर्जा के उत्सर्जक सृष्टि स्थिति संहार में सक्षम। इसी विषय को ध्यान में रखकर त्रिमुख हिमगिरि रुद्राक्ष का अवगाहन स्थापन अभिमंत्रण इस अनुष्ठान में साथ साथ होगा जो इन शक्तियों के साथ साथ भगवती ज्वाला मुखी व अग्नि के प्रतीक हैं तथा जिनके धारण से देवी ज्वालामुखी द्वारा विशेष रक्षा की प्राप्ति होती है। संबंधित अनुष्ठान के निमित्त फार्म आप https://www.grihasthtantra.com पर पधारकर भर सकतें हैं। अनुष्ठान उपरांत प्रसाद व ज्वालामुखी भगवती का प्रिय त्रिमुख रुद्राक्ष महाकुंभ समापन पश्चात मार्च में आपको जायेगा।
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