Poetry D' Love
Poetry D' Love
February 14, 2025 at 11:39 AM
जिस प्यार में दर्द के निशां हर पल सजते हैं, अनकहे जज़्बात भी दिल में धीरे से खिलते हैं। तूफ़ान-ए-मोहब्बत में हर घाव अपना अफसाना कहता, हर धड़कन में तेरी याद, हर आह में प्यार समेटा रहता।

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