
शिक्षा तक News
January 31, 2025 at 07:41 AM
घूस नहीं मिला तो इन लोगों द्वारा लॉबी चलाया जा रहा है और प्रधान शिक्षक मनीष कुमार के ऊपर जबरन निलंबन की करवाई किया जा रहा है। ताकि कोई शिक्षक डर से बोले नहीं। बिना सोकॉज किये ही निलंबन का अनुमोदन कर देना BEO के तानाशाही को दर्शाता है। क्या ये सही नहीं है कि BRP द्वारा जांच के नाम पर उगाही किया जाता है? क्या सही नहीं है कि बेतिया में ऐसे ही वसूली एजेंट द्वारा शिक्षकों का शोषण करके करोड़ो रूपये की कमाई की और अरबो रुपए की अचल संपत्ति अर्जित की है।
आज कोई भी शिक्षक अपना जुबान नहीं खोलते हैं। इसी का यह परिणाम है। लेकिन, हम सब जानते है कभी न कभी कोई ना कोई इस BRP के ब्लैकमेक का शिकार हुआ है। ताज्जुब है फिर भी शिक्षक चुप हैं।
इस पर बस इतना ही कहूँगा....
समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध!
जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध!!
आज आपकी एकता की ताकत की वजह से शिक्षक एकता एक एमएलसी के रूप में परिणत हो चुका है फिर भी डर कायम है।शिक्षक अपना चुप्पी नहीं तोड़ेंगे तो जो बचे हुए शिक्षक है वे भी शिकार होंगे, आज नहीं तो कल। एक कहावत है आज हमारी तो कल आपकी बारी आएगी ही....।
और शिक्षक को आज नहीं तो कल ऐसे BRP/BPM/BEO का शिकार होना ही होगा।
सौ बात की एक बात अगर रिश्वत दे दिया गया होता तो ऐसी कोई नौबत नहीं आती। और जाँच पदाधिकारी फिर किसी अन्य को शिकार बनाता। ये क्रम चलता रहता।
अगर रिश्वत दे देकर ही चुप रहना है और अपनी अस्मिता नहीं बचाना है तो कोई बात नहीं! जो जैसे हैं वैसे ही बर्दाश्त करते रहें और अपनी मान मर्दन कराते रहें। आज नहीं तो कल हर एक शिक्षक/शिक्षिका की बारी आएगी, ये तय है!