
University Truthseeker Society (UTS)
February 15, 2025 at 06:20 PM
भारत में जाति पूछना मानसिक बीमारी है ....
हमको जाति नहीं बतानी चाहिए
जाति बताते ही 6743 जाति के टुकड़ों में बट जाते है* हमको और अपने बच्चों को जाति *समण* बताना चाहिए इससे एक जुटता पुरातन पहचान मिलती है । और #मेंसमणहूं पर गर्व करना चाहिए ।
मनुवाद के जाति के चक्रव्यू को तोड़ सकते है समण पहचान और समण संघ से जुड़कर सत्ता तक पहुंच सकते है ।
#मेंसमणहूं
सबका मंगल हो 🙏🏻