Sanatan 4 Sansaar
Sanatan 4 Sansaar
February 14, 2025 at 02:44 PM
प्रयागराज के रास्ते में हूँ। गंगा मइया की कृपा देखिए कि, पाचंवीं बार कुम्भ के दौरान प्रयाग जाना हो रहा है। एक बार की हवाई यात्रा छोड़ दें तो हर बार ट्रेन से ही जा रहा हूँ। थोड़ा जाम, थोड़ी मुश्किल तो है, लेकिन हर बार मजे से गंगा स्नान भी हो रहा है। पीड़ा में वही हैं जो पिकनिक के अंदाज में कुम्भ में आए। जिनके लिए स्नान महत्वपूर्ण है, उन्हें इतने का अनुमान था ही। बाकी, किसी से भी शहर में पूछेंगे तो जाम में ही फँसा मिलेगा। पूरा शहर दो महीने से जाम में ही है, लेकिन उनको भी पता है कि, यह उत्सव बस कुछ दिन और। कुछ लोगों को छोड़कर किसी को विशेष पीड़ा नहीं है। बर्फ गिरने पर दिल्ली से मसूरी भागने वाले सहारनपुर रोड तक जाम लगा देते हैं। यहाँ लगने वाला जाम सामान्य ही कहा जाएगा। यातायात की अव्यवस्था ऐसे में होती ही है। बेहतर हो सकती थी, इसमें जरा सा भी संदेह नहीं है, लेकिन जो हुआ वह भी बेहतर समझकर ही किया गया था। माघी पूर्णिमा बीत गई है। माघ मेला समाप्त हो चुका है। शिवरात्रि तक मेला चलेगा। सामान्य स्थितियों में अब स्थानीय लोगों के लिए मेला बचता था। इस बार देश-दुनिया से आने वाले अभी आ ही रहे हैं। हम प्रयागवासी हर अतिथि का स्वागत कर रहे हैं। यही इस शहर का प्राण तत्व है। जय गंगा मइया नोट- एक बार भी हम वीआईपी व्यवस्था में प्रयाग नहीं गए। मान्यता प्राप्त पत्रकार होने के नाते कार पास बनवाया, लेकिन उसका भी उपयोग ना के बराबर किया। स्कूटी से या पैदल घूमे। ~HarshVardhan Tripathi ji!!

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