
BAWS.in (Writings of Dr Ambedkar)
February 16, 2025 at 05:31 AM
https://baws.in/books/baws/HI/Volume_18/pdf/346
वर्गवाद की बातें करने और देश के लोगों को राष्ट्रवाद का उपदेश देने से पूर्व अवश्य दो बार सोचेगा। मैं समझता हूं कि उन्हें जानना चाहिए कि वे एक संस्था से घनिष्टता से जुड़े हैं जिसे हम बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के नाम से जानते हैं। यदि यह वर्गवादी संस्था नहीं है ..
मैं उनसे यह जानना चाहूंगा कि क्या बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की विद्वत परिषद का यह 1916 का स्थायी संकल्प नहीं है कि कोई गैर-ब्राह्मण, चाहे वह हिंदू धर्म का कितना ही बड़ा विद्वान क्यों न हो, हिंदू धर्मशास्त्र पढ़ाने का अधिकारी नहीं है। मैं पूछना चाहूंगा कि क्या वे भूल गए हैं कि कुछ महीने पहले ही बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक कायस्थ छात्रा को इसलिए भूख हड़ताल करनी पड़ी कि उसे धर्मशास्त्र संकाय में प्रवेश नहीं दिया गया। यदि यह वर्गवाद नहीं है तो मैं पूछना चाहूंगा कि यह क्या है?
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जब देश में सभी राष्ट्रवाद की बाते करें और वर्गवाद पर अमल करें अनुसूचित जातियों में अपने जीवन में पहली बार अपने दुखों की चेतना आई है और वे ऐसी शिक्षा संस्था स्थापित करना चाहते हैं जिसमें उच्च शिक्षा पा सकें - इसके लिए सदस्य यहां आकर यह कहें कि वे एक वर्गवादी कार्य कर रहे हैं तो मेरी दृष्टि में यह बुद्धिहीनता है
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