Jatin Tyagi
February 2, 2025 at 09:27 AM
॥ कुंभ का पावन स्नान ॥
गंगा की लहरें, सुरभि सुगंध,
डुबकी लगे, मिटे हर द्वंद्व।
शंख बजे, गूंजे जयकार,
पावन जल दे जीवन सार।
साधु-संतों का संग सुहाना,
मोक्ष का द्वार, कुंभ स्नाना।
❤️
🙏
2