Jatin Tyagi
February 12, 2025 at 03:48 AM
करम बंधन में बन्ध रहियो, फल की ना तज्जियो आस।
कर्म मानुष का धर्म है, सत् भाखै रविदास।।
समता, समरसता और समन्वय पर आधारित समाज के निर्माण का संदेश देने वाले महान संत शिरोमणि 'संत रविदास' जी की 648वीं जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन 🙏
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