Vinay Ratan Singh
February 2, 2025 at 07:04 AM
मानववाद की क्या पहचान- ब्रह्मण वाल्मीकि एक सामान, पुनर्जन्म और भाग्यवाद- इनसे जन्मा ब्राह्मणवाद।
देश की गैर-सवर्ण जनता को सामाजिक-आर्थिक-राजनीति और सांस्कृतिक उन्नति का पथ दिखाने वाले,सर्वहारा के महान नायक,उत्तर भारत में ‘शोषितों की क्रान्ति’ के जनक,भारतीय लेनिन बाबू जगदेव प्रसाद नायक कुशवाह जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
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