
सद्गुरुवाणी
February 13, 2025 at 01:50 PM
*भांति-भांति की भ्रान्तियां,*
*तरह-तरह की चाल।*
*नाना नारद-नीतियां,*
*ले जातीं पाताल।।२८।।*
- _सूर्योदय शतक_
- _आचार्य श्री विद्यासागर जी_
❗ *मुफ्त योजनाओं की आड़ में देश की कार्यसंस्कृति को नुक़सान! क्या हम श्रम की महत्ता को भूलते जा रहे हैं?*
💪 *स्वावलंबन ही असली शक्ति है, मुफ्तखोरी नहीं!*
🚜 *परजीवी मानसिकता के स्थान पर श्रम और स्वावलंबन को अपनाएं।*
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