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                                February 16, 2025 at 06:03 AM
                               
                            
                        
                            इसी संदर्भ में उपमंडल अधिकारी के स्टेनो कर्मी के साथ ग्राम सचिव हसीन और सरपंच के साथ हुई चैट सामने आई है, जिसके आधार पर ACB उसे भी सह आरोपी बनाकर उसकी तलाश कर रही है। 
मिली जानकारी के अनुसार, केस में शिकायत सामने आ रही है कि रुपए के लेनदेन के साथ-साथ क्षेत्र में कई एकड़ भूमि जो वक्फ बोर्ड की है, गुरुग्राम के एक प्रॉपर्टी डीलर के नाम की गई। ऐसी शिकायतों को लेकर भी ACB ने जांच शुरू कर दी है। 
जानकारी के मुताबिक, ACB द्वारा लगातार दबीश देने के बावजूद भी सह आरोपी कर्मचारी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जो कई नए खुलासे कर सकता हैं। ACB की दबिश के चलते उप मंडल अधिकारी के कार्यालय के परिसर में स्थित स्टेनो का कमरा बंद है। 
मिली जानकारी के अनुसार, करहेडा गांव के सरपंच की मार्कशीट का मामला SDM कार्यालय फिरोजपुर झिरका में विचाराधीन था। ACB के अनुसार, सरपंच ने कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी के माध्यम से रिपोर्ट अपने पक्ष में करवाने की ऐवज में बात की। मामला चार लाख रुपए में तय हो जाता है।
जानकारी के मुताबिक,जैसे ही उपमंडल अधिकारी का यहां से तबादला होता है तो SDM कार्यालय मैं तैनात कर्मचारी द्वारा सचिव को चैट कर शैक्षणिक जांच प्रमाण पत्र में क्लीन चिट देने के मामले में कार्यालय में बुलाया जाता है। इस बीच ACB गुरुग्राम की टीम ने मौके पर ही आरोपी हसीन को पैसे सहित धर दबोचा। 
मिली जानकारी के अनुसार,  ACB पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी ने कबूल किया कि ये पैसे फर्जी दस्तावेज को बदलवाने के एवज में देने थे। इस हाई- प्रोफाइल मामले की जांच के घेरे में अब SDM के ऊपर भी सुई घूम गई है। जिसको लेकर ACB द्वारा एफआईआर नंबर तीन दर्ज की गई है। जब तक पुलिस की गिरफ्त में SDM कार्यालय का आरोपी कर्मचारी नहीं आ जाता, तब तक इस मामले में ACB के हाथ खाली दिखाई दे रहे हैं।