ISLAAM KA NOOR💖इस्लाम का नूर💓
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                February 8, 2025 at 03:04 AM
                               
                            
                        
                            बहुत सी इस्लामी इ़बादतें चाँद पर मौक़ूफ़ हैं, इसलिए हर महीने का चाँद देखना चाहिए। 🌙
ख़ास तौर पर शबे बराअत, रमज़ान, शव्वाल और बक़रईद का चाँद ज़रूर देखना चाहिए, क्योंकि इनसे रोज़े, ई़द और क़ुर्बानी वग़ैरह का ताल्लुक़ होता है। ✅🌙
                        
                    
                    
                    
                    
                    
                                    
                                        
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