ब्रजमहिमा एवं संत महिमा परिवार बरसाना
ब्रजमहिमा एवं संत महिमा परिवार बरसाना
February 24, 2025 at 05:20 AM
*राधा राधा राधा राधा राधा 🌹 साक्षात् प्रेमावतार श्रीराधा रानी अभिन्न स्वरूपा परम पूज्य श्रीभाईजी की परम दिव्य वाणी : 🌹प्रेमी के चरणों की धूल को प्राप्त करने के लिए भगवान स्वयं इच्छा करते हैं-- भाग 2 🌹.....ये गोपांगनाओं के लिए भगवान ने बताया कि मेरे लिए उन्होंने अपने जितने कार्य थे, वे तो कभी के परित्याग कर दिए। उनका अपना तो कोई कार्य रहा ही नहीं। इस अवस्था में उनके लिए पुण्य की कल्पना नहीं, तो पाप की तो बिल्कुल भी कल्पना नहीं। उनके द्वारा जो भजन होता है, वह वास्तव भजन होता है , और उनको किसी चीज़ की परवाह नहीं रहती। ऐसे भजनमय वपुओं को देखकर उद्धव के मन में आया कि इनकी चरणों की तनिक सी धूल मिल जाए, तो पवित्र हो जाएं हम। उद्धव तो यहां पर शिक्षा गुरु बनकर आए थे। बड़ा भारी उनके मन में ज्ञान का गौरव था, मन था लेकिन उन्होंने शंका छोड़ दी,* *गौरव छोड़ दिया। चरण की धूल के लिए हाथ फैलाया। एक बड़े सुंदर टीकाकार ने लिखा है : उद्धव ने हाथ फैलाया, तो गोपियों ने पांव सिकोड़ लिए। कहा कि जो प्रेम का विरोध करता है, उसका स्पर्श नहीं करना चाहतीं हम। उद्धव को जब चरण धूलि नहीं मिली, तो उन्होंने प्रार्थना की । कहा देवियों, मैं प्रेम का विरोध नहीं करता। मैं आया था किसी और भाव से।* *परंतु तुम्हारे स्वरूप को देखकर मैं जान गया कि वास्तव में भगवान की अपनी तुम ही हो, और कोई नहीं।🌹 जय जय श्री राधे 🌹🙏🌹*
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