
The Muslim Daily
March 1, 2025 at 02:45 AM
*☪ नया चाँद देखते वक़्त पढ़ने की दुआ👐*
*🌟 اَلصَّــلٰوةُوَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَارَسُوْلَ اللّٰهﷺ*
اَللّٰهُمَّ اَهِلَّهُ عَلَيْنَا بِالْاٙمْنِ وَالْاِيْمَانِ وَاسَّلَامَةِ وَالْاِسْلَامِ وَالتَّوْفِيْقِ لِمَاتُحِبُّ وَتَرْضيْ رَبِّيْ وَرَبُّكَ اللّٰهُ
*★ अल्लाहुम्म अहिल्लहु अलयना बिलअम्नी वल इमानी वस्सलामति वल इस्लामी वत्तवफ़िक़ी लिमा तुहिब्बु व तर्ज़ी रब्बी व-रब्बु कल्लाह।*
👉🏻 *तर्जमा* - या अल्लाह ! इस चाँद को हम पर बरकत और ईमान व सलामती व इस्लाम और उस चीज़ की तौफ़ीक़ के साथ निकाल जिससे तू राज़ी होता है, और पसन्द करता है, (अय पहली रात के चाँद) मेरा और तेरा रब्ब अल्लाह है।
👉 *माह 9 : माहे रमज़ान का चाँद देखे के सूरए नास पढ़े और तलवार देखे। शहीद का षवाब मिलेगा ओर पूरा महीना नेक गुज़रेगा ان شاء الله*
👉 *मगरिब बाद 21 बार सूरए क़द्र पढ़े, रोज़ी में बेशुमार बरकत होगी ان شاء الله*
👉 *ईशा बाद एक मर्तबा सूरए मुल्क पढ़े, पूरा महीना मुसीबतो, परेशानियो से हिफाज़त मिलेगी ان شاء الله*
( The Muslim Daily)`
*“ अच्छी बात फैलाना सदका ए जारिया है सवाब की नियत से इस पोस्ट को दूसरे भाइयों तक भी पहुंचाएं।*