THE Poetry
THE Poetry
February 20, 2025 at 06:15 PM
हवाएँ अगर माफ़ी माँग भी लें तो फिर भी क्या,,,, टूटी हुई टहनी तो आख़िर टूटी ही रह जाती है ! 🍂
☹️ 👍 2

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