Farooqui Tanzeem Urdu daily
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February 24, 2025 at 07:54 AM
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं. 24 फरवरी को भागलपुर में कई विकास योजनाओं का तोहफा देंगे, वहीं किसानों को 19वीं किस्त भी भेजेंगे. दिल्ली जीतने के बाद पीएम का यह पहला बिहार दौरा है. यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अहम साबित हो सकता है. यही वजह है कि बीजेपी के साथ-साथ जेडीयू और अन्य घटक दल के नेता और कार्यकर्ता भी उत्साहित हैं, जबकि विपक्ष हमलावर है. एनडीए का बड़ा लक्ष्य: बता दें कि बिहार विधानसभा में 243 सीट हैं. इसमें एनडीए ने इस बार 225 सीट का लक्ष्य रखा है. इसकी तैयारी जोरों पर चल रही है. इसी बीच प्रधानमंत्री के दौरे से उसमें गति आएगी. विशेषज्ञ के अनुसार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रहेंगे. प्रधानमंत्री और नीतीश कुमार की जोड़ी विधानसभा चुनाव के आगाज के लिए अहम साबित होगी. बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ेगी: प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर एनडीए नेताओं के तरफ से पिछले कई दिनों से तैयारी हो रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और बिहार के मंत्रियों के साथ जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा सहित जदयू के कई मंत्रियों को भी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने में लगाया गया है. इससे पहले नवंबर में आए थे पीएम: राजनीतिक विशेषज्ञ कहते हैं कि इससे पहले प्रधानमंत्री नवंबर में दरभंगा एम्स के शिलान्यास के कार्यक्रम में आए थे. कई योजनाओं का भी उद्घाटन किए थे. अब एक बार फिर से चुनावी साल में कई तोहफा देंगे. इससे जनता पर इसका काफी असर पड़ेगा. बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए लाभदायक होने वाला है. "बिहार चुनाव का प्रधानमंत्री शंखनाद करने आ रहे हैं. प्रधानमंत्री बिहार से ही पूरे देश के किसानों को 19वीं किस्त की राशि जारी करेंगे तो बिहार को भी कोई तोहफा देंगे. विक्रमशिला विश्वविद्यालय को लेकर भी बड़ी घोषणा कर सकते हैं, लेकिन सही मायने में प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा चुनाव का आगाज करने आ रहे हैं." -अरुण पांडे, राजनीतिक विशेषज्ञ. जोर-शोर से होगी तैयारी: नीतीश कुमार के नजदीकी और जदयू एमएलसी संजय गांधी कहते हैं कि एनडीए की ओर से 2025 में 225 का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा भी समाप्त हो गई है. एनडीए के पांच घटक दलों का संयुक्त रूप से कार्यकर्ता सम्मेलन पूरे बिहार में चल रहा है. वह भी अंतिम चरण में है. ऐसे में अब एनडीए पूरी तरह से चुनाव की तैयारी में जुट जाएगा. "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार प्रगति यात्रा में बिहार के लोगों के लिए सरकार का खजाना खोल दिया है. अब प्रधानमंत्री भी आ रहे हैं तो निश्चित रूप से कई तोहफा देंगे और उसका असर बिहार में होगा. इस बार तो हमलोग का लक्ष्य 225 और फिर से नीतीश है." -संजय गांधी, जदयू, एमएलसी. 'पीएम दौरा का नहीं होगा असर': इधर, राजद की ओर से पीएम के बिहार दौरे को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. तेजस्वी यादव पीएम के वादे को लेकर पूछ रहे हैं तो पार्टी के नेता भी कई तरह की बातें कर रहे हैं. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद करते हैं कि पीएम के आने से कोई असर नहीं होने वाला है. जनता जानती है कि चुनाव साल में ही नरेंद्र मोदी बिहार दौरा पर आते हैं. "चुनावी साल है तो प्रधानमंत्री का दौरा होगा ही. प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो बिहार को कौन सा पैकेज दे रहे हैं, वह तो बताना चाहिए. भागलपुर में आ रहे हैं लेकिन भागलपुर एयरपोर्ट के लिए भी बजट में कोई राशि नहीं दी है. चुनाव का शंखनाद तो करेंगे लेकिन इसका कोई असर इस बार नहीं होने वाला है." -एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता. कमाल रही है नीतीश-मोदी की जोड़ी: बता दें कि नीतीश-मोदी की जोड़ी लोकसभा चुनाव में बिहार में 30 सीटों पर जीत दिलायी थी. एनडीए ने 40 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी. उसके बाद विधानसभा उपचुनाव में भी एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया था. अब एनडीए की तरफ से 225 सीटों का लक्ष्य इस बार रखा गया है. 2010 में सबसे अधिक 206 सीट आया था. 2020 में एनडीए को 125 सीट पर जीत मिली थी. इसबार 100 ज्यादा शीटों पर दावा है. 'दौरा का पड़ेगा असर': विशेषज्ञ प्रिय रंजन भारती भी कहते हैं कि प्रधानमंत्री के दौरे से भागलपुर सहित एक दर्जन से अधिक जिलों में सीधा असर पड़ेगा. बिहार में आज भी बड़ी आबादी कृषि पर ही निर्भर है. ऐसे में बिहार में कार्यक्रम से एक अलग मैसेज किसानों के बीच जाएगा. केंद्रीय मंत्री से लेकर तमाम दिग्गज प्रधानमंत्री के इस यात्रा को सफल बनाने में लगे हैं. '1600 करोड़ की सौगात': प्रधानमंत्री बिहार के किसानों के लिए 1600 करोड़ की राशि उनके अकाउंट में भेजेंगे. कई विभागों की योजना का भी शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. प्रिय रंजन भारती का यह भी कहना है कि एनडीए को लोकसभा चुनाव में ही 170 से अधिक विधानसभा सीटों में बढ़त मिल गई थी और उसके बाद से ही एनडीए 2010 से अधिक सीट लाने को लेकर लक्ष्य पर काम करना शुरू कर दिया था. समय से पहले चुनाव हो सकता है: बिहार में विधानसभा का चुनाव इसी साल अक्टूबर नवंबर में होना है. समय से पहले भी चुनाव की चर्चा हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद संभवत इसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट होगी. एनडीए की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि चुनाव कभी भी हो हमलोग हमेशा तैयार हैं. . . website :- farooquitanzeem.com Facebook :- https://www.facebook.com/farooquitanzeem1?mibextid=ZbWKwL Instagram :- https://www.instagram.com/farooqui_tanzeem?igsh=MTlybnYwN3JnOWs3MQ== Twitter :- https://x.com/f__tanzeem?t=46g5e9LbqWEQFjZZDMecuA&s=09

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