Parul Bhardwaj
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                February 20, 2025 at 02:26 AM
                               
                            
                        
                            यही जगत की रीत है, यही जगत की नीत
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत..
                        
                    
                    
                    
                    
                    
                                    
                                        
                                            🙏
                                        
                                    
                                    
                                        2