🕉️🇮🇳 वंदेमातरम्🚩🚩🇮🇳🇮🇳
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March 1, 2025 at 02:56 AM
प्रयागराज कुंभ ने देश के राजनैतिक सिनेरियो को काफी बदल दिया है । कुंभ का आध्यात्मिक पक्ष अलग बात है और उसकी समग्रता का राजनैतिक लाभ अलग विषय । क्या कुंभ में उमड़े बेशुमार हिन्दुत्व ने एक राजनैतिक दल को बहुत बड़ा लाभ पहुंचाया है । क्या 45 दिनों तक कुंभ की निरन्तर आलोचना ने कईं दलों का लोकप्रियता ग्राफ एकदम नीचे गिरा दिया है ? एक और सवाल इन दिनों मीडिया में पूछा जा रहा और चर्चित हुआ है । क्या लालू , अखिलेश , खड़गे और ममता की पार्टियों के हिन्दू कार्यकर्ता अपने नेताओं के बयानों से सख़्त नाराज हैं ? इन दिनों मृत्युकुंभ , गिद्ध और सूअर जैसे शब्दों पर राजनीति गर्म है । कुंभ में देश के 115 करोड़ हिंदुओं में से यदि 66 करोड़ हिन्दू 45 दिनों के महापर्व में बिन बुलावे पहुंच जाते हैं तो तब क्या होगा जब चुनावी समय आने पर वे नेताओं को उनके बयानों की याद दिलाएंगे ? यह राजनीति है बाबू । कहा है जब भी बोल तोल मोल के बोल । शब्दों का असर तीर से पैना है , ऐसा घाव कर जाता है जो कभी भरता नहीं । फिर ये घाव तो आस्था पर लगाए गए हैं । जहां तक मौनी अमावस्या पर हुई दुर्घटना का सवाल है , वह दुःखद थी पर ऐसा पहले भी होता आया है । अनेक कुंभ मेलों पर बड़ी बड़ी दुर्घटनाएं होती आई हैं । ऐसी दुर्घटनाएं अलग अलग दलों के शासन काल में ही हैं । यह काफी दुःखद हैं पर बेहद भारी भीड़ के आगे सब विवश हैं । कुंभ के आयोजन के खिलाफ सर्वाधिक बवाल अखिलेश यादव ने मचाया । उनके बाद लालू , खड़गे और ममता रहे । अब वामपंथी दल तो रहे नहीं अतः वामपंथियों का दायित्व भी अखिलेश राहुल के कंधों पर आ गया है । यह जानना दिलचस्प हो गया है कि कुंभ से विपक्षी दलों ने कुछ खोया है या पाया है ? एक और बात । क्या बेहद शानदार कुंभ संपन्न कराकर योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2027 को "लॉक" कर दिया है ? 2029 लोकसभा चुनाव से पहले अभी हरिद्वार अर्द्धकुंभ तथा नासिक और उज्जैन के पूर्णकुंभ होने बाकी हैं । यह जानना और भी दिलचस्प होगा कि भाजपा शासित राज्यों में मिलने वाले ये तीन अवसर क्या 2029 में मोदी को भी "लॉक" कर देंगे ? मतलब मोदी के पास यदि आगे अवसर नहीं होगा तो क्या शाह या योगी को ? बहरहाल राम मंदिर के बाद यह तो पक्का हो गया है विराट हिन्दुत्व का जागरण हो चुका है । इसे रोकना विपक्ष के घटिया पैंतरों के रास्ते मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है । समझिए कि जनता क्या चाहती है ? किसी को गलियां देकर आगे बढ़ने का जमाना अब बीत चुका है । वंदे मातरम का app आ गया है । सभी सदस्य नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके तुरंत ही जुड़ें और अपना सदस्य Community कार्ड प्राप्त करे - Powered by Kutumb App https://kutumbapp.page.link/oW5A1wic7zs1HtXFA?ref=VK58C

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