Mr Gaurichak Study
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February 4, 2025 at 04:17 AM
वर्ष 1921 में घटित चौरी-चौरा जनाक्रोश विदेशी शासन के विरुद्ध भारतीय असंतोष की मुखर अभिव्यक्ति थी। चौरी-चौरा जनाक्रोश की वर्षगाँठ पर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को भावपूर्ण नमन। चौरी-चौरा कांड, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के चौरी-चौरा में 4 फ़रवरी, 1922 को हुआ था. इस घटना में भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार की पुलिस चौकी को आग लगा दी थी. इस घटना में 22 पुलिसकर्मी जिंदा जलकर मारे गए थे. इस घटना की वजह: मांस की बढ़ती कीमतों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की पिटाई की और कुछ नेताओं को गिरफ़्तार किया पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं इस घटना के बाद: महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया ब्रिटिश सरकार ने 19 लोगों को फांसी दे दी चौरी-चौरा कांड के अभियुक्तों का मुकदमा पंडित मदन मोहन मालवीय ने लड़ा था इस घटना की याद में: चौरी-चौरा में एक शहीद स्मारक बनाया गया है कानपुर से गोरखपुर के बीच चौरी-चौरा एक्सप्रेस नाम की रेलगाड़ी चलाई गई

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