Himanshu Rai
February 22, 2025 at 07:16 AM
एक बार एक प्रसिद्ध संत के पास एक व्यक्ति आया और बोला, "मैं जीवन में बहुत दुखी हूँ। कृपया मुझे कोई उपाय बताइए।"
संत ने उसे एक कटोरी में नमक डालने को कहा और फिर उसे पानी में घोलने के लिए कहा। जब व्यक्ति ने पानी चखा, तो वह बहुत कड़वा था।
फिर संत ने उसी मात्रा में नमक एक झील में डाल दिया और उस पानी को चखने को कहा। इस बार पानी मीठा था।
संत ने कहा: "जीवन का दुख भी ऐसा ही है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि तुम्हारा दिल एक कटोरी जितना छोटा है या एक झील जितना विशाल।"
जब भी आपको कोई कठिनाई या समस्या लगे, खुद से पूछिए—क्या मैं इसे झील जितना बड़ा बना सकता हूँ?
❤️
🙏
👍
28