
Sanatan Dharma 🚩 (धर्म, संस्कृति और आध्यात्म)
March 1, 2025 at 12:50 AM
🍃🌾😊
जिस दिन
आप सुख दुख में
समान रहना शुरू कर देते हैं
उस दिन आप आनंद में प्रवेश करते हैं।
आनंद में होने का मतलब यह नहीं है कि
इसमें दुख नहीं आते- निश्चित आते हैं
परंतु अब आप ऐसी कोई व्याख्या नहीं करते,
जो उन्हे दुख का रूप दे दे।
अब आपने वह सब छोड़ दिया
जो सुख की सतत माँग करवाती हैं।
अब चीज़े या परिस्थितियाँ जैसी भी होती हैं
आप उनसे बिल्कुल प्रभावित नहीं होते
अब आप जानते हैं कि
सब आता है, चला जाता है और पीछे
सिर्फ आप रह जाते हैं कमल के पत्ते पर
ओस की बूंद की तरह अछूते ।
हरि ओम
🙏
🙏
1