
BhramanTea
February 19, 2025 at 12:04 PM
या भूमंडळाचे ठायी। धर्म रक्षी ऐसा नाही।
महाराष्ट्र धर्म राहिला काही। तुम्हांकरिता।।
कित्येक दुष्ट संहारिले। कित्येकास धाक सुटले|
कित्येकास आश्रय जाले। शिवकल्याणराजा।।
स्वराज्यसंस्थापक छत्रपती शिवाजी महाराज की जय! 🙏🏼🚩