
Aazad Samaj Party
February 18, 2025 at 12:30 PM
राजनीति में सहमति-असहमति और आरोप-प्रत्यारोप स्वाभाविक हैं, लेकिन किसी वरिष्ठ नेता के प्रति इस प्रकार की भाषा का प्रयोग किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता।
एक पूर्व सांसद द्वारा माननीया बहन कु. मायावती जी के संबंध में ‘गला घोंटने’ जैसी आपत्तिजनक टिप्पणी करना निंदनीय और अस्वीकार्य है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूँ।
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