
Government News
March 1, 2025 at 04:38 PM
*रंग ला रहा यूपीसीडा का प्रयास, 3000 करोड़ का आया निवेश, सृजित हुए 10 हजार रोजगार*
*उत्तर प्रदेश में निवेश के साथ रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा यूपीसीडा*
*2024-25 में विभिन्न निवेशकों को लैंड अलॉटमेंट के जरिए यूपीसीडा ने सृजित किए हजारों रोजगार*
*सुपर मेगा, मेगा और लार्ज कैटेगरीज के तहत निवेशकों को आवंटित की गई कुल 296 एकड़ भूमि*
*फर्रूखाबाद जैसे पिछड़े जनपद निवेश में बने अग्रणी, आया 1100 करोड़ रुपए का निवेश*
*उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने के सीएम योगी के विजन को किया जा रहा साकार*
*कानपुर/लखनऊ, 01 मार्च।* उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के साथ योगी सरकार निरंतर प्रयासरत है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में यूपीसीडा ने विभिन्न निवेशकों को लैंड अलॉटमेंट के जरिए 3 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश आकर्षित किया और करीब 10 हजार रोजगार के अवसर सृजित किए हैं। सुपर मेगा, मेगा और लार्ज कैटेगरीज के तहत कुल 296 एकड़ भूमि आवंटित की गई है, जो प्रदेश की औद्योगिक प्रगति और रोजगार सृजन के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। यूपीसीडा का यह प्रयास उत्तर प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में ठोस आधार तैयार कर रहा है।
*सुपर मेगा प्रोजेक्ट्स: बड़े निवेश, बड़े अवसर*
सुपर मेगा कैटेगरी में यूपीसीडा ने फर्रूखाबाद में वुडपेकर ग्रीन एग्री न्यूट्रिएंट्स प्रा. लि. को 40 एकड़ भूमि आवंटित की है। इस प्रोजेक्ट में 600 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है, जिससे एग्रो फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना हुई और 1200 लोगों को रोजगार मिला। इसी तरह, आईडीवीबी रिसाइकिलिंग ऑपरेशंस प्रा. लि. को 20 एकड़ जमीन प्लास्टिक रिसाइकिलिंग यूनिट के लिए दी गई, जिसमें 1000 से ज्यादा रोजगार सृजित हुए। वहीं, बीपीसीएल को कानपुर देहात में 65 एकड़ भूमि पर 650 करोड़ रुपये के बॉटलिंग प्लांट ने 1000 लोगों को रोजगार दिया। ये प्रोजेक्ट्स योगी सरकार के विजन को साकार करने में अहम साबित हो रहे हैं।
*मेगा कैटेगरी: शाहजहांपुर में रेलवे सिडिंग प्रोजेक्ट*
मेगा कैटेगरी में कृभको श्याम फर्टिलाइजर को शाहजहांपुर में 76 एकड़ भूमि दी गई है। 330 करोड़ रुपये के निवेश से शुरू हुए रेलवे सिडिंग प्रोजेक्ट ने 1000 लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए। यह परियोजना न केवल औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दे रही है। योगी सरकार का यह कदम प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।
*लार्ज कैटेगरी: रोजगार सृजन में मथुरा का दबदबा*
लार्ज कैटेगरी में मथुरा जिला निवेश और रोजगार के मामले में अग्रणी भूमिका में है। यहां युग स्टेट प्रा. लि. को 19 एकड़ में 190 करोड़ रुपये के एग्रो फूड प्रोसेसिंग प्लांट ने 900 लोगों को रोजगार प्रदान किया है। मार्वल रॉयल प्रा. लि. ने 16 एकड़ में 160 करोड़ रुपये से पेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की, जिससे 900 रोजगार सृजित हुए। इसी तरह, केशोरम मैन्युफैक्चरिंग प्रा. लि. ने 15 एकड़ में 150 करोड़ रुपये की लागत से डुप्लेक्स बॉक्सेस एंड शीट यूनिट शुरू की, जो 232 लोगों को रोजगार दे रही है। ये प्रयास यूपीसीडा के माध्यम से योगी सरकार की रोजगारोन्मुखी नीतियों को दर्शाते हैं।
*विविध क्षेत्रों में निवेश: सोलर से स्टील तक*
लार्ज कैटेगरी में ही मथुरा में लूम सोलर प्रा. लि. ने 7.5 एकड़ में 79 करोड़ रुपये से सोलर मॉड्यूल्स यूनिट स्थापित की, जिससे 600 रोजगार सृजित हुए। जय दुर्गा केमिकल्स प्रा. लि. ने 75 करोड़ रुपये की लागत से पेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की, जिसने 805 लोगों को रोजगार दिया। वहीं, शाहजहांपुर में एडविन इंडस्ट्रीज ने 16 एकड़ में 160 करोड़ रुपये से 900 रोजगार सृजित किए, और मथुरा में नीलेश शाह ने 6.5 एकड़ में 65 करोड़ रुपये से स्टील मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की, जिससे 515 लोगों को रोजगार मिला। ये प्रोजेक्ट्स विविधता के साथ आर्थिक विकास को गति दे रहे हैं।
*पिछड़े जनपदों में भी हो रहा भारी निवेश*
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप निवेश सिर्फ अगड़े ही नहीं, बल्कि पिछड़े क्षेत्रों में भी आ रहा है। फर्रूखाबाद इसका उदाहरण है, जहां सुपर मेगा कैटेगरी में 1100 करोड़ रुपए का निवेश आया है। इस निवेश के माध्यम से स्थानीय लोगों को अपने घर के समीप रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। मुख्यमंत्री जी का विजन है कि प्रदेश के पिछड़े जनपदों की भी जीडीपी में भागीदारी होनी चाहिए, यह निवेश उनके विजन को धरातल पर उतार रहा है।