संस्कृत संवादः
संस्कृत संवादः
February 10, 2025 at 04:38 PM
१। वृद्धः कापेयं शिरोवस्त्रं धारयति। • The old man wears the monkey cap. • वृद्ध बंदर टोपी पहनते हैं। २। अग्निहोत्रं कृत्वा सन्तोषम् अनुभवामि। • After performing the Agnihotra, I experience satisfaction. • अग्निहोत्र करके, संतोष का अनुभव करता हूँ। ३। कस्य आत्मना एतावत्पापं ध्रियते। • This much sin is borne by whose soul? • किसकी आत्मा द्वारा इतना पाप धरा जाता है? ४। अपि कुशली ते पिता मित्र। • Is your father well, O friend!? • क्या तुम्हारे पिता ठीक हैं, मित्र? ५। प्रतिदिनं ते नाम जिजपिषामि। • I want to chant your name every day. • मैं प्रतिदिन आपका नाम जपना चाहता हूँ। ६। मम स्वप्नाप्सरं कदा प्राप्स्ये। • When will I attain my dream nymph? • मैं अपनी सपनों की अप्सरा को कब प्राप्त करूँगा? ७। तव कपालं सञ्चूर्णयिष्यामि। • I will crush your skull. • मैं तुम्हारा कपार चूर दूँगा। ८। त्यक्तं मया पितृगृहं पत्ये ते। • I have abandoned my father's house for you, (my) husband. • मैंने तुझ पति के लिए पिता का घर त्याग दिया। ९। प्रधानमन्त्रिणः सुप्रेयसीं याचिष्यामि। • I will ask for a good lover from the Prime Minister. • मैं प्रधानमंत्री से अच्छी प्रेयसी माँग लूँगा। १०। सौविध्यं वर्द्धते दुःखेन सह नित्यम्। • Convenience is increasing regularly along with the sorrow. • दुःख के साथ सुविधा नित बढ़ रही है। #vakyabhyas linktr.ee/samvadah
❤️ 1

Comments