संस्कृत संवादः
संस्कृत संवादः
February 18, 2025 at 03:49 PM
१। एह्युपविश मित्र। • Come, sit, buddy! • आओ बैठो, मित्र। २। त्वं कस्य स्तोत्रं पठसि नित्यम्। • Whose hymn do you recite daily? • तुम किसका स्तोत्र प्रतिदिन पढ़ते हो? ३। आर्य ते पुत्रस्य मुखे अद्भुतं दृष्टं मया। • O Mr.! Wonders are seen by me in your son's mouth. • हे आर्य, तुम्हारे बेटे के मुँह में मेरे द्वारा अद्भुत दृश्य देखा गया है। ४। आं वृहस्पतिरपि ते शिष्यः। • Yeah! Even Brihaspati is your disciple. • हाँ बृहस्पति भी तुम्हारे शिष्य हैं। ५। किं तीर्थेन जनः पवित्रं भूयते ज्ञानेन वा। • Does a person becomes pure by pilgrimage or by knowledge? • क्या तीर्थ से व्यक्ति पवित्र होता है या ज्ञान से? ६। साधु अङ्गीकृतं त्वया। • It's begotten well by you. • अच्छा पकड़ा तुमने। ७। शूर्पणखा अपि नारी एव आसीत्। • Even Shurpanakha was a woman. • शूर्पणखा भी एक नारी थी। ८। युवां युगपद् अत्र किं कुरुथः। • What are you both doing here together? • तुम दोनों यहाँ एक साथ क्या कर रहे हो? ९। आवयोः दुहिता उद्यानं गता। • Our daughter has gone to the garden. • हमारी बेटी बगीचा गई है। १०। शृणु सरले वीणा विधुरम् अवृणोत्। • Listen, O Sarala! Veena had married a widower. • सुनो सरला, वीणा ने एक विधुर के साथ विवाह किया था। #vakyabhyas linktr.ee/samvadah

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