Rudrametaverse
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February 23, 2025 at 12:07 AM
🕉️ *शिव सूत्र - शाम्भवोपाय खंड : सूत्र 7* 🔱 *जाग्रत्स्वप्नसुषुप्तभेदे तुर्याभोगसंभव॥* 🔱 ➖ *Jāgratsvapnasuṣuptabhede turyābhogasaṁbhava* ➖ 🌿 *अर्थ:* *"जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति की भिन्नता को समझकर चौथे अवस्था (तुर्या) का अनुभव किया जा सकता है।"* 🔍 *व्याख्या:* यह सूत्र *चेतना के चार स्तरों* की व्याख्या करता है— 1️⃣ **जाग्रत (Waking State)** – जहाँ हम भौतिक संसार का अनुभव करते हैं। 2️⃣ **स्वप्न (Dream State)** – जहाँ मन अपने ही विचारों और स्मृतियों में विचरण करता है। 3️⃣ **सुषुप्ति (Deep Sleep)** – जहाँ हम पूर्ण विश्राम की स्थिति में होते हैं। 4️⃣ **तुर्या (Turya)** – एक ऐसी अवस्था जो इन तीनों से परे है, जहाँ *शुद्ध जागरूकता और अनंत शांति का अनुभव होता है।* 📜 *महत्वपूर्ण टीका और उद्धरण:* *अभिनवगुप्त* इस सूत्र की व्याख्या में कहते हैं— *"तुर्या वह अवस्था है, जहाँ व्यक्ति जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति की सीमाओं से परे जाकर शुद्ध चेतना का अनुभव करता है।"* *"चौथी अवस्था चेतना की वह स्थिति है, जो कालातीत, असीम और आनंदमय है।"* - **परमहंस योगानंद** 💡 *व्यावहारिक उदाहरण:* क्या आपने कभी अनुभव किया है कि **जब आप सोते हैं, तब भी कुछ ऐसा है जो जागरूक रहता है?** वह जागरूकता ही *तुर्या* का संकेत है। जाग्रत, स्वप्न और गहरी नींद बदलते रहते हैं, लेकिन *जो कुछ भी इन तीनों के बीच निरंतर बना रहता है, वही शुद्ध चेतना है!* 🧐 *विद्वानों की दृष्टि:* यह सूत्र हमें सिखाता है कि *हमारी दैनिक चेतना के विभिन्न स्तर* हमें *अपने वास्तविक स्वरूप की झलक दिखाते हैं।* जब हम इन अवस्थाओं की *क्षणभंगुरता को समझ लेते हैं*, तब हम *एक स्थायी, शुद्ध जागरूकता* में प्रवेश कर सकते हैं। 🤔 *मनन:* - क्या आपने कभी ऐसा अनुभव किया है जहाँ आप इन तीनों अवस्थाओं से परे गए हों? - क्या आप जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति के बीच की सूक्ष्म भिन्नताओं को पहचान सकते हैं? - आप अपनी चेतना को *गहरी जागरूकता* की ओर कैसे विकसित कर सकते हैं? 🧘 *अभ्यास:* ✅ **चेतना अवस्थाओं का ध्यान (States of Consciousness Meditation):** 📌 *ध्यान करते समय अपने जाग्रत, स्वप्न और गहरी नींद की अवस्थाओं का निरीक्षण करें।* 📌 *देखें कि इन तीनों के बीच कौन सी जागरूकता हमेशा बनी रहती है।* ✅ **तुर्या अनुभव की साधना (Turya Exploration):** 📌 *रोज़ कुछ समय निकालकर ध्यान करें, जहाँ आप अपनी चेतना को जाग्रत, स्वप्न और सुषुप्ति से अलग कर, शुद्ध आत्मचेतना में प्रवेश करें।* 📌 *यह अवस्था ही 'तुर्या' है, जो आपको शांति, आनंद और पूर्णता का अनुभव कराएगी।* 🌟 *इस सूत्र को समझकर हम अपनी चेतना की गहराइयों में प्रवेश कर सकते हैं और शुद्ध जागरूकता का अनुभव कर सकते हैं!* 🌀 *कल हमारे साथ जुड़ें, जब हम शिव सूत्रों के अगले रहस्यों को उजागर करेंगे!* 🔥 *"rudrametaverse" के साथ जुड़े रहें और आध्यात्मिक चेतना की इस यात्रा में सहभागी बनें!* 🚩 🔱 *ॐ नमो तुर्याय* 🌟 (*चेतना के उच्चतम स्तर को नमन!*)
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