Daily Jandut
                                
                            
                            
                    
                                
                                
                                February 14, 2025 at 02:50 PM
                               
                            
                        
                            नमामि गंगे तव पाद पंकजं,
सुर असुरै: वन्दित दिव्य रूपम्।
भुक्तिम् च मुक्तिम् च ददासि नित्यम्,
भाव अनुसारेण सदा नराणाम्। 🙏
माँ गंगा के चरणों में प्रणाम!
आज दिव्य एवं भव्य महाकुंभ में आस्था के डुबकी लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। माँ गंगा, यमुना एवं सरस्वती के संगम में स्नान कर असीम शांति एवं संतोष की प्राप्ति हुई।